Zindagi Na Milegi Dobara: Zindagi Na Milegi Dobara: A Journey of Self-Discovery and Adventure

· Prabhat Prakashan
4.8
5 reviews
Ebook
160
Pages
Ratings and reviews aren’t verified  Learn More

About this ebook

मानव के रूप में हम न केवल अपनी संतानों की देखभाल करते हैं; बल्कि एक यंत्र ‘बुद्धि’ हमारे अंदर समूचे ग्रह; समूची पारिस्थितिकी; प्रकृति की समूची भेंट की देखभाल करने की शक्ति के रूप में विद्यमान है। और यही यंत्र ‘बुद्धि’ मशीनें बना सकती है; जो किसी को बचा सकती हैं तथा किसी को भी नष्ट कर सकती हैं।
ईश्वर की बनाई कोई अन्य प्रजाति इतनी शक्तिशाली; इतनी दयालु और इतनी चामत्कारिक नहीं है। जीवन निश्चित रूप से एक ही बार मिलता है। और हम में से हर कोई किसी खास उद्देश्य के लिए ईश्वर का दूत बनकर इस पृथ्वी पर आया है। हमारा कार्य उस उद्देश्य का पता लगाना और अपने जीवन को उसकी प्राप्ति में लगाना है।
इस पुस्तक में उन लोगों के बारे में बताया गया है; जो उस उद्देश्य का पता लगा पाए और जीवन को उसी दिशा में मोड़ पाए; जिससे उन्हें ही नहीं बल्कि उनके आसपास के सारे जगत् को प्रसन्नता मिली। अतः जो कुछ करना है; वह इसी जन्म में करना है। जीवन की वास्तविकता और उसके अस्तित्व मात्र का ज्ञान करानेवाली पुस्तक; जो हमें कर्मशील बनाएगी।

Ratings and reviews

4.8
5 reviews
A Google user
January 22, 2019
Good
3 people found this review helpful
Did you find this helpful?
ashish kumar singh
January 10, 2020
Good
5 people found this review helpful
Did you find this helpful?

About the author

बंबई विश्वविद्यालय से पोस्ट ग्रेजुएट और आई.आई.टी. (सोम) बंबई के पूर्व छात्र श्री एन. रघुरामन मँजे हुए पत्रकार हैं। 30 वर्ष से अधिक के अपने पत्रकारिता के कॅरियर में वे ‘इंडियन एक्सप्रेस’, ‘डीएनए’ और ‘दैनिक भास्कर’ जैसे राष्ट्रीय दैनिकों में संपादक के रूप में काम कर चुके हैं। उनकी निपुण लेखनी से शायद ही कोई विषय बचा होगा—अपराध से लेकर राजनीति और व्यापार-विकास से लेकर सफल उद्यमिता तक सभी विषयों पर उन्होंने सफलतापूर्वक लिखा है। ‘दैनिक भास्कर’ के सभी संस्करणों में प्रकाशित होनेवाला उनका दैनिक स्तंभ ‘मैनेजमेंट फंडा’ देश भर में लोकप्रिय है और तीन भाषाओं— मराठी, गुजराती व हिंदी में प्रतिदिन करीब 3 करोड़ पाठकों द्वारा पढ़ा जाता है। इस स्तंभ की सफलता का राज है—असाधारण कार्य करनेवाले साधारण लोगों की कहानियों का हवाला देते हुए जीवन की सादगी का चित्रण। श्री एन. रघुरामन ओजस्वी, प्रेरक और प्रभावी वक्ता हैं; अनेक परिचर्चाओं और परिसंवादों के कुशल संचालक हैं। व्यक्ति की मानसिक शक्ति तथा अपनी क्षमता के अधिकतम इस्तेमाल करने के उनके स्फूर्तिदायक तरीकों की बहुत सराहना होती है।

Rate this ebook

Tell us what you think.

Reading information

Smartphones and tablets
Install the Google Play Books app for Android and iPad/iPhone. It syncs automatically with your account and allows you to read online or offline wherever you are.
Laptops and computers
You can listen to audiobooks purchased on Google Play using your computer's web browser.
eReaders and other devices
To read on e-ink devices like Kobo eReaders, you'll need to download a file and transfer it to your device. Follow the detailed Help Center instructions to transfer the files to supported eReaders.