संत सूरदास
बिन आँखें जो परमात्मा को देखे
जीवन की कमियाँ वरदान कैसे बनें
द ब्लाइंड टॉर्च – कृष्ण लीला के साक्षी!
संत सूरदास सिर्फ एक कवि का नाम नहीं है। यह नाम है संसार के एक महान आश्चर्य का, जिसने साबित किया कि अनन्य भक्ति किसी इंसान को इतनी शक्ति दे सकती है कि वह जन्मांध होते हुए भी, अपने आराध्य का ऐसा सुंदर वर्णन करता है, जैसा सूरदास जी ने कृष्ण लीलाओं में किया है।
ज्ञान और भक्ति से इंसान के अंतर्मन की दृष्टि किस तरह खुलती है, यह सूरदास जी की मनोहरी रचनाओं को पढ़कर समझ में आता है।
सूरदास जी ने वेद-पुराणों में लिखें कठिन ज्ञान और भक्ति को, अपनी सरल ब्रजभाषा में ऐसा पिरोया कि भक्त कृष्ण नाम पर झूम उठे। जो श्रीकृष्ण अपने साहसिक कार्यों और गीता ज्ञान में भक्तों के सामने विराट छवि धारण करते थे, सूरदास जी के पदों के कारण बाल गोपाल के रूप में भक्तों के दिलों में बस गए। आइए, इसमें जानें-
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तो आइए, हम भी सूरदास जी के पावन चरित्र को पढ़कर, उनके गुण अपने जीवन में उतार लें ताकि हम भी वह दृष्टि पा सकें, जिससे उन्होंने कृष्ण लीलाओं के दर्शन किए थे।