BAKULA

· MEHTA PUBLISHING HOUSE
৪.৬
২৮ টা পৰ্যালোচনা
ইবুক
148
পৃষ্ঠা
মূল্যাংকন আৰু পৰ্যালোচনা সত্যাপন কৰা হোৱা নাই  অধিক জানক

এই ইবুকখনৰ বিষয়ে

ती आपल्या प्रत्येक पत्राच्या घडीत एक नाजूकसं बकुळीचं फूल त्याला आठवणींमध्ये पाठवायची. तिचं पत्र आलं की, श्रीकांतच्या हृदयात एक अनामिक हुरहूर दाटून यायची. हातात ते बकुळीचं फूल घेऊन तो गोड आठवणींमधे रमून जायचा. जणूकाही आत्ता श्रीमतीच आपल्या अगदी निकट येऊन उभी राहिली आहे, असा त्याला भास व्हायचा. तिचं सौम्य वागणं, तिच्या आसपास दरवळणारा मंद सुगंध, तिच्या स्वभावातला तो साधेपणा आणि तिच्या डोळ्यांतून ओसंडून वाहणारं निर्मळ प्रेम. तिच्या व्यक्तिमत्त्वाला कुठेही अहंकाराचा स्पर्शसुद्धा नव्हता. तिच्या प्रत्येक पत्रातून येणारं एकेक फूल त्यानं जमा केलं होतं. एका छोट्याशा पिशवीत अशी कितीतरी फुलं जमा झाली होती. ती पिशवी रोज त्याच्या उशीखाली दडलेली असायची. प्रत्येक पत्र त्याच्याकरता एक नवी उमेद घेऊन यायचं. या बकुळीच्या फुलाची साथसंगत आपल्याला जन्मभर असणार आहे, ही उमेद! सुधा मूर्ती यांच्या वैशिष्ट्यपूर्ण शैलीतील भावपूर्ण कलाविष्कार!


মূল্যাংকন আৰু পৰ্যালোচনাসমূহ

৪.৬
২৮ টা পৰ্যালোচনা

লিখকৰ বিষয়ে

 

এই ইবুকখনক মূল্যাংকন কৰক

আমাক আপোনাৰ মতামত জনাওক।

পঢ়াৰ নির্দেশাৱলী

স্মাৰ্টফ’ন আৰু টেবলেট
Android আৰু iPad/iPhoneৰ বাবে Google Play Books এপটো ইনষ্টল কৰক। ই স্বয়ংক্রিয়ভাৱে আপোনাৰ একাউণ্টৰ সৈতে ছিংক হয় আৰু আপুনি য'তে নাথাকক ত'তেই কোনো অডিঅ'বুক অনলাইন বা অফলাইনত শুনিবলৈ সুবিধা দিয়ে।
লেপটপ আৰু কম্পিউটাৰ
আপুনি কম্পিউটাৰৰ ৱেব ব্রাউজাৰ ব্যৱহাৰ কৰি Google Playত কিনা অডিঅ'বুকসমূহ শুনিব পাৰে।
ই-ৰীডাৰ আৰু অন্য ডিভাইচ
Kobo eReadersৰ দৰে ই-চিয়াঁহীৰ ডিভাইচসমূহত পঢ়িবলৈ, আপুনি এটা ফাইল ডাউনল’ড কৰি সেইটো আপোনাৰ ডিভাইচলৈ স্থানান্তৰণ কৰিব লাগিব। সমৰ্থিত ই-ৰিডাৰলৈ ফাইলটো কেনেকৈ স্থানান্তৰ কৰিব জানিবলৈ সহায় কেন্দ্ৰত থকা সবিশেষ নিৰ্দেশাৱলী চাওক।