SANGEET RANKACHE RAJYA

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‘Sangeet Rankache Rajya’ is a musical drama written by V.S.Khandekar. It portraits the politics at Municipal level & local political bodies. It describes the contemporary social conditions too. Every character in the drama aptly comment on corruptness of the system. 

‘रंकाचे राज्य’ म्हणजे स्थानिक स्वराज्यावरील टीका आहे. निरनिराळ्या म्युनिसिपालिट्यांतून जे सावळे गोंधळ चाललेले असतात त्यांची यात यथास्थित हजेरी घेतली आहे. आणि हे गोंधळ घालणाऱ्या आपमतलबी व पोटभरू गोंधळ्यांचे ओंगळ चाळे बंद पाडण्याला काय उपाय लोकांच्या खऱ्या पुढ्यार्यांनी योजिले पाहिजेत याचेही दिग्दर्शन केले आहे. दिनकर हा या कथानकातील नायक आहे. हा वस्तुत: शिकला सवरलेला खुद्द संस्थानिक असून, संस्थानाची राज्यसूत्रे आपल्या हाती घेण्यापूर्वी लोकस्थितीचा अनुभव घेण्यासाठी व साधल्यास लोकसेवा करण्यासाठी तो गुप्त वेषाने आपल्याच संस्थानात येऊन, आपलपोट्या सभासदांच्या हातून स्थानिक स्वराज्याचे यंत्र हिसकून घेण्याची नि:स्वार्थी चळवळ करतो....

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